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जीवन जिंदगी सच और झूठ

बागी बलिया जय जय जननी मातृभूमि माटी उत्तर पर्देश जननी भारत माता की जय
बागी बलिया जय जय जननी मातृभूमि माटी उत्तर पर्देश जननी भारत माता की जय
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जाग जरा इंसान जीवन दो दिन का है, चेत रे नादान जीवन दो दिन का है. काल नगाड़ा बाजे सर पर, क्यों बैठा है गाफिल होकर, ए संसार है देश बेगाना, तूने यहाँ से एक दिन जाना, अपना घर पेहचान, जीवन दो दिन का है… चला चली का सब है खेला, झूठ सारा है ए झमेला, पल दो पल का जग है मेला, उद जायेगा हंस अकेला. ए सच्चाई जान, जीवन दो दिन का है… जोड़ी है जो पायी-पायी, सब है माल पराया भाई. क्या करता है मेरी मेरी, हो जायेगा खाक की ढेरी. च्छोद दे अभिमान, जीवन दो दिन का है…. मन मंदिर की ज्योत जगा ले, नाम प्रभु का इसमें बसा ले, सुख-दुख का है नाम सहाइ, नाम “जगत” में है सुखदायी, ले सतगुरु से ग्यान, जीवन दो दिन का है..

Jagat Singh ‘Jagat’

यही है जिंदगी
कभी मैं सोचा करता था
की क्यों जिंदगी बेवफा हो गई
पता चलो तो ये जिंदगी लापता हो गई
समय के पहिये ने जो पहलू दिखाया
उसी में जीना मरना सब कुछ आ गया
कांटे, जंगल, फूल, काया और माया
ये सब समय का चमत्कार है भाया
न उलझो समाज के दिखावेपन में
अपनी जिंदगी जियो सिर्फ अपनेपन में
लोग तो ऐसे होते हैं जो भूल जाते हैं
और जो याद करते हैं वही प्यार करते हैं
ऐसे लोग लोगों को बेकार लगते हैं
मगर वही दिल के सच्चे होते हैं
यूँ तो जिंदगी बहुत कठिन है जीना
मगर वो जिंदगी ही क्या ???
जिसमें कोई सीखे न जीना

***जुगलमिलन ***

चटख आभा रंग तीखे,
झूठ के बेज़ार में हैं,
झूठ के ग्राहक तभी तो,
बहुत से संसार में हैं.

झूठ का जादू है गेहारा,
झूठ के रंग मॅन लुभाये.
सच को बातला करके कड़वा,
सच से सब दामन बचायें.

सच तो बिल्कुल पारदर्शी,
आंख से दिखता नही है.
कोई झूठा रंग डालो,
सच पे वो टिकता नही है.

सच का बिल्कुल रूप सीधा,
सच है बेरंग, सच सरल है.
मगर सीधे सच को जीना,
यही मुस्किल दर-असल है.

सच सभी के दिल में है पर,
सच को पेहचाने तो हम.
सच है ईश्वर, प्रेम सच है,
बात ए माने तो हम.

झूठ है पल भर की खातिर,
सच जिये जुग-जुग ‘सरल’.
चले सच के बांके ग्राहक,
कर लें हम जीवन सफल.

Shashank ‘Saral’

जय जय जननी मातृभूमि माटी उत्तर पर्देश जननी भारत माता की जय- भारत माता भक्त क्रांतिकारी मनीष सिंह-भारत माता एक मौका दो तुम्हारा क़र्ज़ चुकाने का ,अपने इस बेटे से जो तुम माँगो जान, अपना सर काट कर  समर्पित कर  देगा ये क्रांतिकारी मातृभूमि भारत माता भक्त मनीष सिंह. जय जय जननी मातृभूमि माटी की

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